एक बहेलिया था। एक बार जंगल में उसने चिड़िया फंसाने के लिए अपना जाल फैलाया। थोड़ी देर बाद ही एक बाज़ उसके जाल में फंस
Read full story...फिर नहीं ललकारा
बैडी सियार को इन दिनों पहलवानी का शौक चढ़ा था। उसने अच्छी-खासी रकम देकर जंबों हाथी से पहलवान के गुण भी सीख लिए थे। जंबों हाथी
Read full story...वीरबल की चतुराई
प्राचीन समय में बादशाह एक दूसरे की परीक्षा लिया करते थे एक बार फारस के बादशाह ने अकबर को नीचा दिखाने के लिए एक शेर
Read full story...बदनामी और नेकनामी
एक छोटे से कस्बे में पंडित रामानंद शास्त्री रहा करते थे। वे बहुत सदाचारी थे और हर किसी की मदद को हमेशा तैयार रहते थे।
Read full story...मूर्ख राजा
प्राचीन काल की बात है। मिस्त्र के किसी गांव में कराकौश नामक एक चोर रात में एक घर में चोरी करने गया। वह खिड़की के
Read full story...बगल में छोरा नगर में ढिंढोरा
बगल में छोरा नगर में ढिंढोरा कहावत पर आधारित एक कहानी एक पंडित जी थे। उनके पास एक मोटी ताजी दुधारू गाय थी। यह गाय
Read full story...बिना विचारे जो करे
बिना विचारे जो करे सो पाछे पछताए कहावत पर आधारित एक कहानी एक कंजूस महिला की यह आदत थी कि जैसे ही मुर्गे ने भोर
Read full story...जैसे को तैसा
जैसे को तैसा कहावत पर आधारित एक कहानी – किसी जंगल में एक अत्यधिक चतुर लोमड़ी रहती थी। उसे दूसरों के मूर्ख बनाने में बहुत
Read full story...लोमड़ी और बकरी
पंचतंत्र की शिक्षाप्रद कहानी चतुर लोमड़ी और बकरी – एक समय की बात है, एक लोमड़ी घूमते-घूमते एक कुएं के पास पहुंच गई। कुएं की
Read full story...राजा और योगी
बहुत समय पहले की बात है, अचलगढ़ के राजा श्यामसिंह ने राज्य में घोषणा करवा दी कि उनके राज्य में वही योगी रह सकता है
Read full story...गहरी सूझ
हर दिन की तरह राजा राम की राज-सभा शुरू हुई। वे न्याय के अपने आसन में बैठे थे। हर दिन की तरह राम ने अपने
Read full story...मेंढक और सांड
यह किसी तालाब के किनारे की घटना है। एम मेंढ़क का बच्चा पहली बार पानी से बाहर आया। तालाब के कुछ दूर पर भीमकाय सांड़
Read full story...नांद में कुत्ता
किसी गांव में एक कुत्ता रहता था। वह झगड़ालू स्वभाव का था। एक दिन की घटना है कि वह एक अस्तबल में घुस गया और
Read full story...कौआ और सीपी
एक समय की बात है, किसी कौए को नदी किनारे एक सीपी पड़ी मिल गई। उसने सोचा, उसे खाकर वह अपना पेट भरेगा। कौआ सीपी
Read full story...शिकारी शिकार बन गया
एक बार एक शिकारी किसी घने जंगल से होकर गुजर रहा था। उसके पास बंदूक भी थी। जब वह जंगल के भीतर गया तो उसने
Read full story...मानो गुरू की सीख
नारायण दास एक कुशल मूर्तिकार थे। उनकी बनाई मूर्तियां दूर दूर तक मशहूर थीं। नारायण दास को बस एक ही दुख था कि उनके कोई
Read full story...एक गलत इच्छा
एक बार एक मधुमक्खी ने एक बरतन में शहद इकटृा किया और ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए उनके समक्ष प्रस्तुत किया। ईश्वर उस भेंट
Read full story...भाग्य अपना अपना
एक किसान था। उसके पास एक बकरा और दो बैल थे। बैलों से वह खेत जोतने का काम लेता। दोनों बैल दिन भर कड़ी मेहनत
Read full story...हिरन का बच्चा और बारहसिंगा
एक दिन एक हिरन का बच्चा तथा एक बारहसिंगा दोनों किसी जंगल में एक साथ चर रहे थे। अचानक शिकारी कुत्तों का एक झुंड उनसे
Read full story...राज्य के कौवों की गिनती
एक दिन राजा अकबर और बीरबल राज महल के बगीचे में टहल/घूम रहे थे। बहुत ही सुन्दर सुबह थी, बहुत सारे कौवे तालाब के आस
Read full story...हाथी भगवान गणेश
एक दिन पारवती माता स्नान करने के लिए गयी लेकिन वहां पर कोई भी रक्षक नहीं था। इसलिए उन्होंने चंदन के पेस्ट से एक लड़के
Read full story...चिल्लाओ मत !
एक हिन्दू सन्यासी अपने शिष्यों के साथ गंगा नदी के तट पर नहाने पहुंचा. वहां एक ही परिवार के कुछ लोग अचानक आपस में बात करते-करते
Read full story...भैंस की मौत
एक दार्शनिक अपने एक शिष्य के साथ कहीं से गुजर रहा था। चलते-चलते वे एक खेत के पास पहुंचे। खेत अच्छी जगह स्थित था लेकिन
Read full story...भगवान के दोस्त
एक बच्चा फटे पुराने जूतों के साथ प्लास्टिक की गेंद से खेल रहा था। लोगों को उसके जूते देखकर बहुत दुःख हुआ। तभी किसी सज्जन ने
Read full story...जीतने की प्रबल इच्छा
यह बात बहुत समय पहले कि है, एक महान शुरवीर योद्धा अपने दुश्मन राज्य से जब युद्ध करने जा रहा था, ताे उसने देखा की
Read full story...अधूरी भक्ति
मृत्यु के उपरांत एक साधु तथा डाकू साथ-साथ यमराज की सभा में पहुँचे। यमराज ने अपने बही-खातों की जाँच-पड़ताल करके उनसे कहा-यदि तुम दोनों को
Read full story...मनहूस पेड़
वर्षों की मेहनत के बाद एक किसान ने एक सुन्दर बागीचा बनाया . बागीचे के बीचो-बीच एक बड़ा सा पेड़ था जिसकी छाँव में बैठकर सुकून का
Read full story...दंतेश्वरी मंदिर
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र की हसीन वादियों में स्तिथ है, दन्तेवाड़ा का प्रसिद्ध दंतेश्वरी मंदिर। देवी पुराण में शक्ति पीठों की संख्या 51 बताई गई है
Read full story...जब भगवान विष्णु ने किया माता पार्वती के साथ छल
माना जाता है कि बद्रीनाथ धाम कभी भगवान शिव और पार्वती का विश्राम स्थान हुआ करता था। यहां भगवान शिव अपने परिवार के साथ रहते
Read full story...चौसठ योगिनी मंदिर
भारत में चार प्रमुख चौसठ-योगिनी मंदिर हैं। दो ओडिशा में तथा दो मध्य प्रदेश में। लेकिन इन सब में मध्य प्रदेश के मुरैना स्तिथ चौसठ
Read full story...चूड़ामणि देवी मंदिर
मान्यता है की इस मदिर में चोरी करने पर ही पूरी होती है मनोकामना – कहा जाता है कि चोरी करना पाप है और इस पर
Read full story...चमत्कारिक मेहंदीपुर बालाजी मंदिर
यूं तो भारत में हनुमानजी के लाखों मंदिर हैं। हर मंदिर पर भक्तों की भीड़ उमड़ती है, पर राजस्थान के दौसा जिला स्थित घाटा मेंहदीपुर
Read full story...गुरुभक्त उपमन्यु
गुरु आयोदधौम्य के एक शिष्य का नाम उपमन्यु था। वह बड़ा गुरुभक्त था। गुरु की आज्ञा से वह रोज गाय चराने जाता था। एक दिन
Read full story...गुरुभक्त आरुणि
महाभारत के अनुसार आयोदधौम्य नाम के एक ऋषि थे। उनके एक शिष्य का नाम आरुणि था। वह पांचालदेश का रहने वाला था। आरुणि अपने गुरु
Read full story...गिरजाबंध हनुमान मंदिर
आपको सुनकर आश्चर्य लगेगा, लेकिन दुनिया में एक मंदिर ऐसा भी है जहां हनुमान पुरुष नहीं बल्कि स्त्री के वेश में नजर आते हैं। यह
Read full story...गंधेश्वर शिवलिंग
छत्तीसगढ़ के सिरपुर में खुदाई के दौरान द्वादश ज्योतिर्लिंगों वाले पौरुष पत्थर से बना शिवलिंग मिला है। पुरातात्विक विशेषज्ञों के अनुसार यह शिवलिंग दो हजार साल पुराना है
Read full story...क्यों हुआ अर्जुन और श्री कृष्ण में युद्ध
एक बार महर्षि गालव जब प्रात: सूर्यार्घ्य प्रदान कर रहे थे, उनकी अंजलि में आकाश मार्ग में जाते हुए चित्रसेन गंधर्व की थूकी हुई पीक
Read full story...क्यों लिया देवी माँ ने भ्रामरी देवी और शाकंभरी माता का अवतार
देवताओं की सहायता के लिए देवी ने अनेक अवतार लिए। भ्रामरी देवी का अवतार लेकर देवी ने अरुण नामक दैत्य से देवताओं की रक्षा की।
Read full story...क्यों पिया श्री कृष्ण ने राधा के पैरों का चरणामृत
चरणामृत से सम्बन्धित एक पौराणिक गाथा काफी प्रसिद्ध है जो हमें श्रीकृष्ण एवं राधाजी के अटूट प्रेम की याद दिलाती है। कहते है की श्री
Read full story...कैसे पड़ा माता शक्ति का नाम दुर्गा
पुरातन काल में दुर्गम नामक दैत्य हुआ। उसने भगवान ब्रह्मा को प्रसन्न कर सभी वेदों को अपने वश में कर लिया जिससे देवताओं का बल
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