छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र की हसीन वादियों में स्तिथ है, दन्तेवाड़ा का प्रसिद्ध दंतेश्वरी मंदिर। देवी पुराण में शक्ति पीठों की संख्या 51 बताई गई है
Read full story...जब भगवान विष्णु ने किया माता पार्वती के साथ छल
माना जाता है कि बद्रीनाथ धाम कभी भगवान शिव और पार्वती का विश्राम स्थान हुआ करता था। यहां भगवान शिव अपने परिवार के साथ रहते
Read full story...चौसठ योगिनी मंदिर
भारत में चार प्रमुख चौसठ-योगिनी मंदिर हैं। दो ओडिशा में तथा दो मध्य प्रदेश में। लेकिन इन सब में मध्य प्रदेश के मुरैना स्तिथ चौसठ
Read full story...चूड़ामणि देवी मंदिर
मान्यता है की इस मदिर में चोरी करने पर ही पूरी होती है मनोकामना – कहा जाता है कि चोरी करना पाप है और इस पर
Read full story...चमत्कारिक मेहंदीपुर बालाजी मंदिर
यूं तो भारत में हनुमानजी के लाखों मंदिर हैं। हर मंदिर पर भक्तों की भीड़ उमड़ती है, पर राजस्थान के दौसा जिला स्थित घाटा मेंहदीपुर
Read full story...गुरुभक्त उपमन्यु
गुरु आयोदधौम्य के एक शिष्य का नाम उपमन्यु था। वह बड़ा गुरुभक्त था। गुरु की आज्ञा से वह रोज गाय चराने जाता था। एक दिन
Read full story...गुरुभक्त आरुणि
महाभारत के अनुसार आयोदधौम्य नाम के एक ऋषि थे। उनके एक शिष्य का नाम आरुणि था। वह पांचालदेश का रहने वाला था। आरुणि अपने गुरु
Read full story...गिरजाबंध हनुमान मंदिर
आपको सुनकर आश्चर्य लगेगा, लेकिन दुनिया में एक मंदिर ऐसा भी है जहां हनुमान पुरुष नहीं बल्कि स्त्री के वेश में नजर आते हैं। यह
Read full story...गंधेश्वर शिवलिंग
छत्तीसगढ़ के सिरपुर में खुदाई के दौरान द्वादश ज्योतिर्लिंगों वाले पौरुष पत्थर से बना शिवलिंग मिला है। पुरातात्विक विशेषज्ञों के अनुसार यह शिवलिंग दो हजार साल पुराना है
Read full story...क्यों हुआ अर्जुन और श्री कृष्ण में युद्ध
एक बार महर्षि गालव जब प्रात: सूर्यार्घ्य प्रदान कर रहे थे, उनकी अंजलि में आकाश मार्ग में जाते हुए चित्रसेन गंधर्व की थूकी हुई पीक
Read full story...क्यों लिया देवी माँ ने भ्रामरी देवी और शाकंभरी माता का अवतार
देवताओं की सहायता के लिए देवी ने अनेक अवतार लिए। भ्रामरी देवी का अवतार लेकर देवी ने अरुण नामक दैत्य से देवताओं की रक्षा की।
Read full story...क्यों पिया श्री कृष्ण ने राधा के पैरों का चरणामृत
चरणामृत से सम्बन्धित एक पौराणिक गाथा काफी प्रसिद्ध है जो हमें श्रीकृष्ण एवं राधाजी के अटूट प्रेम की याद दिलाती है। कहते है की श्री
Read full story...कैसे पड़ा माता शक्ति का नाम दुर्गा
पुरातन काल में दुर्गम नामक दैत्य हुआ। उसने भगवान ब्रह्मा को प्रसन्न कर सभी वेदों को अपने वश में कर लिया जिससे देवताओं का बल
Read full story...कैला देवी मंदिर, करौली
यहाँ डकैत भी आकर करते है माँ काली की साधना – कैला देवी मंदिर सवाई माधोपुर के निकट राजस्थान के करौली जिले में स्थित एक प्राचीन
Read full story...करणी माता मंदिर
यदि आपके घर में आपको एक भी चूहा नज़र आ जाए तो आप बेचैन हो उठेंगे। आप उसको अपने घर से भगाने की तमाम तरकीबे लगाएंगे
Read full story...स्तंभेश्वर महादेव
आज हम बात कर रहे हैं गुजरात में स्थित एक अनोखे मंदिर की। वैसे तो भारत में भगवान शिव के हजारों मंदिर हैं, लेकिन गुजरात में
Read full story...सूर्य की किरणें पड़ते ही सुनहरा हो जाता है कैलाश, बनती है ॐ की आकृति
कैलाश मानसरोवर जहां का नाम सुनते ही मन में श्रद्धा और भक्ति की भावना जागृत हो जाती है। जहां जाना कठिन होता है लेकिन भगवान
Read full story...सलेमाबाद शिव मंदिर में पिछले 15 सालों से रोज़ नाग आ कर करता है शिव जी की पूजा
उत्तरप्रदेश के आगरा के पास स्थित एक गांव है – सलेमाबाद। गांव में एक प्राचीन शिव मंदिर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां
Read full story...शलमाला नदी में एक साथ बने है हज़ारों शिवलिंग, नदी की धारा स्वयं करती है अभिषेक
शलमाला नदी में एक साथ बने है हज़ारों शिवलिंग – कर्नाटक के एक शहर सिरसी में शलमाला नाम की नदी बहती है। यह नदी अपने
Read full story...लिंगाई माता मंदिर
हमारे देश भारत के हर हिस्से में प्राचीन मंदिरो की भरमार है। इनमे से कई मंदिर तो बहुत प्रसिद्ध है जिनके बारे में सब लोग
Read full story...मैहर देवी का मंदिर
कहते हैं मां हमेशा ऊंचे स्थानों पर विराजमान होती हैं। उत्तर में जैसे लोग मां दुर्गा के दर्शन के लिए पहाड़ों को पार करते हुए
Read full story...ममलेश्वर महादेव मंदिर
क्या आपने कभी 200 ग्राम वजन का गेंहूं का दाना देखा है वो भी महाभारत काल का यानी की 5000 साल पुराना? यदि नहीं तो
Read full story...बिजली महादेव
भारत में भगवन शिव के अनेक अद्भुत मंदिर है उन्हीं में से एक है हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में स्तिथ बिजली महादेव। कुल्लू का पूरा
Read full story...बाबा तामेश्वरनाथ धाम
आज हम आपको एक ऐसे प्राचीन मंदिर के बारे में बताने जा रहा है, जहां पर पांडवों की माता कुंती ने सबसे पहले पूजा की
Read full story...नागचंद्रेश्वर मंदिर
हिंदू धर्म में सदियों से नागों की पूजा करने की परंपरा रही है। हिंदू परंपरा में नागों को भगवान का आभूषण भी माना गया है।
Read full story...टूटी झरना मंदिर
झारखंड के रामगढ़ में एक मंदिर ऐसा भी है जहां भगवान शंकर के शिव लिंग पर जलाभिषेक कोई और नहीं स्वयं माँ गंगा करती हैं।
Read full story...किसका पलड़ा भारी
सम्राट चंद्रगुप्त ने एक बार चाणक्य से कहा- चाणक्य, काश तुम खूबसूरत होते? चाणक्य ने कहा, ‘राजन, इंसान की पहचान उसके गुणों से होती है,
Read full story...जानिए गणेश जी का असली मस्तक कटने के बाद कहां गया
भगवान गणेश गजमुख, गजानन के नाम से जाने जाते हैं, क्योंकि उनका मुख गज यानी हाथी का है। भगवान गणेश का यह स्वरूप विलक्षण और
Read full story...कामाख्या शक्तिपीठ से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
कामाख्या शक्तिपीठ गुवाहाटी (असम) के पश्चिम में 8 कि.मी. दूर नीलांचल पर्वत पर है। माता के सभी शक्तिपीठों में से कामाख्या शक्तिपीठ को सर्वोत्तम कहा
Read full story...काठगढ़ महादेव
हिमाचल प्रदेश की भूमि को देवभूमि कहा जाता है। यहां पर बहुत से आस्था के केंद्र विद्यमान हैं। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के इंदौरा
Read full story...असीरगढ़ का किला
महाभारत के बारे में जानने वाले लोग अश्वत्थामा के बारे में निश्चित तौर पर जानते होंगे। महाभारत के कई प्रमुख चरित्रों में से एक अश्वत्थामा
Read full story...अचलेश्वर महादेव
अचलेश्वर महादेव के नाम से भारत में कई मंदिर है जिसमे से एक धौलपुर के अचलेश्वर महादेव के बारे में हम आपको बता चुके है
Read full story...गुरु शुक्राचार्य क्यों कहलाए शिव पुत्र
भगवान शिव को समर्पित ग्रंथ शिवपुराण के अनुसार भगवान शिव ने दैत्य गुरु शुक्राचार्य को निगल लिया था। पर उन्होंने ऐसा क्यों किया इसके पिछे
Read full story...रावण का सर्वनाश
हम सब जानते है की रावण बहुत ही पराक्रमी योद्धा था। उसने अपने जीवन में अनेक युद्ध किए। धर्म ग्रंथों के अनुसार उसने अपने जीवन
Read full story...चमत्कारिक भूतेश्वर नाथ शिवलिंग
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के मरौदा गांव में घने जंगलों बीच एक प्राकर्तिक शिवलिंग है जो की भूतेश्वर नाथ शिवलिंग के नाम से प्रसिद्ध है।
Read full story...भील-भीलनी की शिव भक्ति
सिंहकेतु पांचाल देश का एक राजा था। राजा बहुत बड़ा शिवभक्त था। शिव आराधना और शिकार उसके दो चीजें प्यारी थीं। वह शिकार खेलने रोज
Read full story...एक ही पत्थर से निर्मित विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग
भोजपुर (Bhojpur), मध्य प्रदेश कि राजधानी भोपाल से 32 किलो मीटर दूर स्तिथ है। भोजपुर से लगती हुई पहाड़ी पर एक विशाल, अधूरा शिव मंदिर
Read full story...रावण के पूर्वजन्म
रावण के पूर्वजन्म और रावण की मृत्यु के बाद पुनर्जन्म के बारे में पुराणों में मिलता है की रावण अपने पूर्वजन्म में भगवान विष्णु के
Read full story...यहाँ पर है लाख छिद्रों वाला शिवलिंग (लक्षलिंग)
लक्ष्मणेश्वर महादेव (लाख छिद्रों वाला शिवलिंग) मंदिर जो की शिवरीनारायण से 3 किलोमीटर और छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 120 किलोमीटर दूर खरौद नगर में
Read full story...वाल्मीकि रामायण की कुछ अनसुनी बातें
भगवान राम को समर्पित दो ग्रंथ मुख्यतः लिखे गए है एक तुलसीदास द्वारा रचित ‘श्री रामचरित मानस’ और दूसरा वाल्मीकि कृत ‘रामायण’। इनके अलावा भी
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