काल भैरव मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यह है की यहाँ पर भगवान काल भैरव साक्षात रूप में मदिरा पान करते है। जैसा की हम
Read full story...शिवरीनारायण और माता शबरी
रामायण में एक प्रसंग आता है जब देवी सीता को ढूंढते हुए भगवान राम और लक्ष्मण दंडकारण्य में भटकते हुए माता शबरी के आश्रम में
Read full story...यहाँ पर है भगवान शिव का खंडित त्रिशूल
जम्मू से 120 किलो मीटर दूर तथा समुद्र तल से 1225 मीटर की ऊंचाई पर, पटनीटॉप के पास सुध महादेव (शुद्ध महादेव) का मंदिर स्तिथ
Read full story...क्यों काटा था काल भैरव ने ब्रह्मा जी का पांचवा शीश
शिव की क्रोधाग्नि का विग्रह रूप कहे जाने वाले काल भैरव का अवतरण मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष की अष्टमी को हुआ। इनकी पूजा से घर में नकारत्मक
Read full story...यहां भगवान शिव से पहले की जाती है रावण की पूजा
झीलों की नगरी उदयपुर से लगभग 80 किलोमीटर झाडौल तहसील में आवारगढ़ की पहाड़ियों पर शिवजी का एक प्राचीन मंदिर स्तिथ है जो की कमलनाथ
Read full story...नागरिक का फर्ज
एक बार की बात है चीन के महान दार्शनिक कन्फ्यूशियस अपने चेलो के साथ एक पहाड़ी से गुजर रहे थे । थोड़ी दूर चलने के
Read full story...प्रेम की महिमा
पुराने समय की बात है एक शहर के आस पास के जंगलो में एक भेडिये का इतना आतंक छाया हुआ था कि वंहा कोई रास्ता
Read full story...अफलातून की सीख
यूनानी दार्शनिक अफलातून के पास हर दिन कई विद्वानों का जमावड़ा लगा रहता था । सभी लोग उनसे कुछ न कुछ ज्ञान प्राप्त करके ही
Read full story...रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग
रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग के विषय में पौराणिक कथा है. कि जब भगवान श्री राम माता सीता को रावण की कैद से छुडाकर अयोध्या जा रहे थे़
Read full story...नागेश्वर ज्योतिर्लिंग
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के संम्बन्ध में एक कथा प्रसिद्ध है. कथा के अनुसार एक धर्म कर्म में विश्वास करने वाला व्यापारी था. भगवान शिव में उसकी
Read full story...काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग
काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग के संबन्ध में एक पौराणिक कथा प्रचलित है. बात उस समय की है जब भगवान शंकर पार्वती जी से विवाह करने के
Read full story...त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग
त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग के संबन्ध में एक पौराणिक कथा प्रसिद्ध है. कथा के अनुसार गौतम ऋषि ने यहां पर तप किया था. स्वयं पर लगे गौहत्या
Read full story...बैधनाथ ज्योतिर्लिंग
पौराणिक कथाओं के अनुसार बैधनाथ ज्योतिर्लिंग लंकापति रावण द्वारा यहां लायी गयी थी. इसकी एक बड़ी ही रोचक कथा है. रावण भगवान शंकर का परम
Read full story...भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग का नाम भीमा शंकर किस कारण से पडा इस पर एक पौराणिक कथा प्रचलित है. कथा महाभारत काल की है. महाभारत का युद्ध
Read full story...ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग
एक बार विन्ध्यपर्वत ने भगवान शिव की कई माहों तक कठिन तपस्या की उनकी इस तपस्या से प्रसन्न होकर शंकर जी ने उन्हें साक्षात दर्शन
Read full story...महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की स्थापना से संबन्धित एक प्राचीन कथा प्रसिद्ध है. कथा के अनुसार एक बार अवंतिका नाम के राज्य में राजा वृषभसेन नाम के
Read full story...मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग
कथा के अनुसार भगवान शंकर के दोनों पुत्रों में आपस में इस बात पर विवाद उत्पन्न हो गया कि पहले किसका विवाह होगा. जब श्री
Read full story...घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग
भारत के दक्षिण प्रदेश के देवगिरि पर्वत के निकट सुकर्मा नामक ब्राह्मण और उसकी पत्नी सुदेश निवास करते थे. दोनों ही भगवान शिव के परम
Read full story...तपस्या का फल
भगवान शंकर को पति के रूप में पाने हेतु माता पार्वती कठोर तपस्या कर रही थी। उनकी तपस्या पूर्णता की ओर थी। एक समय वह
Read full story...अर्धनारीश्वर का रहस्य
सृष्टि के प्रारंभ में जब ब्रह्माजी द्वारा रची गई मानसिक सृष्टि विस्तार न पा सकी, तब ब्रह्माजी को बहुत दुःख हुआ। उसी समय आकाशवाणी हुई
Read full story...भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र
भगवान विष्णु के हर चित्र व मूर्ति में उन्हें सुदर्शन चक्र धारण किए दिखाया जाता है। यह सुदर्शन चक्र भगवान शंकर ने ही जगत कल्याण
Read full story...श्रीराम और शंकरजी का युद्ध
बात उन दिनों कि है जब श्रीराम का अश्वमेघ यज्ञ चल रहा था. श्रीराम के अनुज शत्रुघ्न के नेतृत्व में असंख्य वीरों की सेना सारे
Read full story...हनुमान अवतार
सामान्यत: लंकादहन के संबंध में यही माना जाता है कि सीता की खोज करते हुए लंका पहुंचे और रावण के पुत्र सहित अनेक राक्षसों का
Read full story...अर्जुन को पाशुपत अस्त्र
भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा तुम शंकरजी के पास जाओ। शंकरजी के पास पाशुपत नामक एक दिव्य सनातन अस्त्र है। जिससे उन्होंने पूर्वकाल में
Read full story...कण्णप्प की भक्ति
भील कुमार कण्णप्प वन में भटकते-भटकते एक मंदिर के समीप पहुंचा। मंदिर में भगवान शंकर की मूर्ति देख उसने सोचा- भगवान इस वन में अकेले
Read full story...ग्रहपत्यावतार
भगवान शंकर का सातवां अवतार है गृहपति (ग्रहपत्यावतार)। यह अवतार हमें संदेश देता है कि हम जो भी कार्य करें उसके केंद्र में भगवान को
Read full story...केतकी के पुष्प
एक बार ब्रह्माजी व विष्णुजी में विवाद छिड़ गया कि दोनों में श्रेष्ठ कौन है। ब्रह्माजी सृष्टि के रचयिता होने के कारण श्रेष्ठ होने का
Read full story...51 शक्तिपीठ
ब्रह्मा के पुत्र प्रजापति दक्ष की पुत्री सती से भगवान शिव का विवाह हुआ। कुछ समय बाद दक्ष को पूरे ब्रह्माण्ड का अधिपति बना दिया
Read full story...मारीच और सुबाहु का वध
राम और लक्ष्मण गुरु विश्वामित्र के पास जा कर बोले, गुरुदेव! कृपा करके हमें यह बताइये कि राक्षस यज्ञ में विघ्न डालने के लिये किस
Read full story...चंद्रमा को शाप से मुक्ति
चंद्रमा की सुंदरता पर राजा दक्ष की सत्ताइस पुत्रियां मोहित हो गईं. वे सभी चंद्रमा से विवाह करना चाहती थीं. दक्ष ने समझाया सगी बहनों
Read full story...स्वभाव नहीं बदला जा सकता
किसी वन में एक सिंह अपनी पत्नी के साथ रहा करता था। एक बार सिंही ने दो पुत्रों को जन्म दिया। सिंह वन में जाकर
Read full story...कबूतर की अतिथि सेवा
किसी जंगल में एक बहेलिया घूमा करता था। वह पशु-पक्षियों को पकड़ता था और उन्हें मार देता था। उसका कोई भी मित्र न था। वह
Read full story...विद्या बड़ी या बुद्धि
किसी ब्राह्मण के चार पुत्र थे। उनमें परस्पर गहरी मित्रता थी। चारों में से तीन शास्त्रों में पारंगत थे, लेकिन उनमें बुद्धि का अभाव था।
Read full story...आम का पेड़
कुंतालपुर का राजा बड़ा ही न्याय प्रिय था| वह अपनी प्रजा के दुख-दर्द में बराबर काम आता था| प्रजा भी उसका बहुत आदर करती थी|
Read full story...साधू की झोपड़ी
किसी गाँव में दो साधू रहते थे. वे दिन भर भीख मांगते और मंदिर में पूजा करते थे। एक दिन गाँव में आंधी आ गयी
Read full story...तीन विकल्प
बहुत समय पहले की बात है , किसी गाँव में एक किसान रहता था। उस किसान की एक बहुत ही सुन्दर बेटी थी। दुर्भाग्यवश, गाँव
Read full story...राजा की तीन सीखें
बहुत समय पहले की बात है , सुदूर दक्षिण में किसी प्रतापी राजा का राज्य था . राजा के तीन पुत्र थे, एक दिन राजा
Read full story...साधू और नर्तिकी
किसी गाँव मेँ एक साधु रहता था जो दिन भर लोगो को उपदेश दिया करता था। उसी गाँव मेँ एक नर्तकी थी, जो लोगो के
Read full story...कहाँ छुपी हैं शक्तियां
एक बार देवताओं में चर्चा हो रहो थी, चर्चा का विषय था मनुष्य की हर मनोकामनाओं को पूरा करने वाली गुप्त चमत्कारी शक्तियों को कहाँ
Read full story...गुरु का स्थान
एक राजा था. उसे पढने लिखने का बहुत शौक था. एक बार उसने मंत्री-परिषद् के माध्यम से अपने लिए एक शिक्षक की व्यवस्था की। शिक्षक
Read full story...