जर्मनी की राजधानी बर्लिन की यह घटना है । एक भारतीय मोटर बस में यात्रा कर रहा था । उसी बस में कुछ जर्मन बच्चे
Read full story...छपड़ के मेंढक और सांप
एक छपड़ में बहुत सारे मेंढ़क ख़ुशी – ख़ुशी रहते थे। उस छपड़ के किनारे एक बहुत बड़ा पेड़ था एक दिन उस पेड़ के
Read full story...विक्रम और बेताल
बहुत पुरानी बात है। धारा नगरी में गंधर्वसेन नाम का एक राजा राज्य करते थे। उसके चार रानियाँ थीं। उनके छ: लड़के थे जो सब-के-सब बड़े
Read full story...राजा चन्द्रसेन और नव युवक सत्वशील की कहानी
जब राजा विक्रम, बेताल को लेने जाते है तो वह उन्हें हर बार एक कहानी सुनाता है और अंत में राजा से ऐसा प्रश्न कर
Read full story...राजा का सवाल
देवगढ़ के राजा विक्रम सिंह के मन में लम्बे समय से एक सवाल बार -बार परेशान कर रहा था ! उन्हें जब उसका हल नहीं
Read full story...बिल्ली के लिए गाय
एक बार की बात है, बहुत सारे चूहों ने विजय नगर के लोगों को परेशान कर रखा था। चूहों से छुटकारा पाने की बहुत कोशिशें
Read full story...नील से रंगे हुए एक गीदड़ की कहानी
एक समय वन में कोई गीदड़ अपनी इच्छा से नगर के पास घूमते घूमते नील के हौद में गिर गया। बाद में उसमें से निकल
Read full story...पक्षीराज की चतुराई
बहुत समय पहले एक राजा था चंद्रसेन। उसकी रानी कठोर स्वभाव की थी। राजा चंद्रसेन उसके आगे कुछ नहीं बोल पाता था। रानी राजा से
Read full story...भालू का सिर चकराया
एक किसान अपना खेत जोत रहा था | अचानक कही से भालू आ गया । भालू किसान को मारने झपटा । किसान ने कहा, मुझे
Read full story...गोनू झा की चतुराई
मिथिला नरेश की सभा में उनके बचपन का मित्र परदेश आया था। नरेश उन्हें अपने अतिथि कक्ष में ले गए। उन्होंने अपने मित्र की खूब
Read full story...दूध में फूल की तरह
एक बार गुरुनानक देव मुल्तान पहुंचे । वहाँ पहले ही अनेक संत धर्म प्रचार में लगे हुए थे । एक संत ने अपने शिष्य के
Read full story...बालक ध्रुव
राजा उत्तानपाद की सुनीति और सुरुचि नामक दो भार्याएं थीं । राजा उत्तानपाद के सुनीतिसे ध्रुव तथा सुरुचिसे उत्तम नामक पुत्र हुए । यद्यपि सुनीति
Read full story...राधा का अटूट प्रेम
एक बार श्रीकृष्ण काफी बीमार पड़ गए । हर दवा या जड़ी- बूटी उन पर बेअसर साबित हो रही थी । तभी श्रीकृष्ण ने स्वयं
Read full story...कर्ण की निष्ठा
एक राज पुत्र होते हुए भी कर्ण सूत पुत्र कहा गया। कर्ण एक महान दानवीर था। अपनें प्रण और वचन के लिए कर्ण अपनें प्राणों की
Read full story...दर्जी की सीख
एक दिन स्कूल में छुट्टी की घोषणा होने के कारण, एक दर्जी का बेटा, अपने पापा की दुकान पर चला गया ।वहाँ जाकर वह बड़े
Read full story...किसान की घड़ी
एक बार एक किसान की घड़ी कहीं खो गयी. वैसे तो घडी कीमती नहीं थी पर किसान उससे भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ था और किसी
Read full story...लकड़ी का कटोरा
एक वृद्ध व्यक्ति अपने बहु – बेटे के यहाँ शहर रहने गया . उम्र के इस पड़ाव पर वह अत्यंत कमजोर हो चुका था ,
Read full story...अच्छे लोग बुरे लोग !
बहुत समय पहले की बात है. एक बार एक गुरु जी गंगा किनारे स्थित किसी गाँव में अपने शिष्यों के साथ स्नान कर रहे थे
Read full story...बुद्धि का बल
विश्व के महानतम दार्शनिकों में से एक सुकरात एक बार अपने शिष्यों के साथ बैठे कुछ चर्चा कर रहे थे। तभी वहां अजीबो-गरीब वस्त्र पहने
Read full story...बुद्धिमान साधु
किसी राजमहल के द्वारा पर एक साधु आया और द्वारपाल से बोला कि भीतर जाकर राजा से कहे कि उनका भाई आया है।द्वारपाल ने समझा
Read full story...मेहनत का महत्त्व
राहुल एक समझदार लड़का था, लेकिन वह पढाई के मामले में हमेशा मेहनत करने से बचता था।एक बार जब उसका पसंदीदा कप टूट गया तो
Read full story...बादशाह का सपना
एक रात सोते समय बादशाह अकबर ने यह अजीब सपना देखा कि केवल एक छोड़कर उनके बाकी सभी दांत गिर गए हैं। फिर अगले दिन
Read full story...हमारा काम हमारी पहचान
एक बूढ़ा कारपेंटर अपने काम के लिए काफी जाना जाता था , उसके बनाये लकड़ी के घर दूर -दूर तक प्रसिद्द थे। पर अब बूढा
Read full story...असुरोंके विनाश हेतु सर्वस्वका त्याग करनेवाले ऋषि दधीचि !
बालमित्रो, प्राचीन कालमें वृत्रासुर नामका एक दैत्य बडा ही उन्मत्त हो गया था । अति बलवान होनेके कारण देवताओं को उसे हराना कठिन हो गया ।
Read full story...संसारको प्रसन्न करना कठिन है !
कुछ भी करें, लोग आलोचना करते ही हैं; इसलिए उस ओर ध्यान न देते हुए स्वयंको जो योग्य लगता है, वैसा आचरण करना ही हितदायक
Read full story...समर्पण
एक साधु द्वार-द्वार घूमकर भिक्षा मांग रहा था । वृद्ध तथा दुर्बल उस साधुको ठीकसे नहीं दिखाई देता था । वह एक मन्दिरके सामने खडा
Read full story...गुरुका कार्य है शिष्यको उसका वास्तविक स्वरूप दिखाना
बकरियोंके एक झुंडपर एक बाघिनने छलांग लगाई । वह बाघिन गर्भवती थी । कूदते ही वह प्रसूत हो गई तथा कुछ समय पश्चात उसकी मृत्यु
Read full story...सलाह सभी से फैसला अपने मन से
कोई बंजारा बैलो पर मुल्तानी मिटटी लादकर राजधानी की तरफ जा रहा था । रास्ते में कई जगह उसकी बहुत सी मिटटी बिक गई ।
Read full story...धर्म का आचरण
काशी के राजा ब्रह्मादत्त के राज्य में धर्मपाल नामक एक ब्राह्मण रहता था। उसमें नाम के मुताबिक ही गुण थे। यहां तक कि उसके घर
Read full story...मेहनत का फल हमेसा मीठा होता है
एक गांव में मानसिंह नाम का किसान रहता था ।उसके पास कई खेत थे । वह दिन -रात खेतो में लगा रहता था | उसके चार
Read full story...थोड़ा ठहरने से विकारो का समाधान
महात्मा बुद्ध एक बार अपने प्रिय शिष्य आनंद के साथ कही जा रहे थे । गर्मी का महीना था । वन में काफी चलने के
Read full story...अवसर को पहचानो
अफ्रीका में एक किसान रहता था, जिओ फ्रांसिस ।वह सुखी था ,क्योंकि वह संतुष्ठ था ।एक दिन उसके पास कोई विद्द्वान व्यक्ति आया । उसने फ्रांसिस को
Read full story...पल दो पल की सत्संगति
राजगृह नगर में रौहिणेय नामक एक चोर रहता था । उसके पिता ने मरते समय कहा था । कि तुम्हे अपने व्यवसाय में सफल होना है,
Read full story...सीखा हुआ मिटाने के लिए भी शुल्क
एक युवक संगीत में निपुणता प्राप्त करना चाहता था । इसके लिए वह अपने क्षेत्र के सबसे महान संगीताचार्य के पास पंहुचा और बोला ,
Read full story...वक़्त पंद्रह मिनट कीमत कुछ नहीं
बात करीब सौ साल पुरानी है , जब आईवी ली ने दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति चार्ल्स एम. स्क्वेब को कुछ ऐसे नुख्से बताये ,
Read full story...परमात्मा और किसान
एक बार एक किसान परमात्मा से बड़ा नाराज हो गया ! कभी बाढ़ आ जाये, कभी सूखा पड़ जाए, कभी धूप बहुत तेज हो जाए
Read full story...जो चाहोगे सो पाओगे !
एक साधु था , वह रोज घाट के किनारे बैठ कर चिल्लाया करता था ,”जो चाहोगे सो पाओगे”, जो चाहोगे सो पाओगे।”बहुत से लोग वहाँ से गुजरते थे
Read full story...कद्दू की तीर्थयात्रा
हमारे यहाँ तीर्थ यात्रा का बहुत ही महत्त्व है। पहले के समय यात्रा में जाना बहुत कठिन था। पैदल या तोबैल गाड़ी में यात्रा की
Read full story...एक नया विचार
एक बार की बात है एक राजा था। उसका एक बड़ा-सा राज्य था। एक दिन उसे देश घूमने का विचार आया और उसने देश भ्रमण
Read full story...फूटा घड़ा
बहुत समय पहले की बात है , किसी गाँव में एक किसान रहता था . वह रोज़ भोर में उठकर दूर झरनों से स्वच्छ पानी
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