अकबर ने कडकड़ाती सर्दियों के मौसम में एक दिन यह ऐलान किया की अगर कोई व्यक्ति पूरी रात भर पानी के अंदर छाती तक डूब
Read full story...मूर्ख राजा और चतुर मंत्री
एक समय की बात है दियत्स नाम की नगरी एक नदी किनारे बसी हुई थी। वहां का राजा बहुत ही मूर्ख और सनकी था। एक
Read full story...रसगुल्ले की जड़
मध्य पूर्वी देश से एक ईरानी शेख व्यापारी महाराज कृष्णदेव राय का अतिथि बन कर आता है। महाराज अपने अतिथि का सत्कार बड़े भव्य तरीके
Read full story...तीन गांठें
भगवान बुद्ध अक्सर अपने शिष्यों को शिक्षा प्रदान किया करते थे। एक दिन प्रातः काल बहुत से भिक्षुक उनका प्रवचन सुनने के लिए बैठे थे
Read full story...सही दिशा
एक पहलवान जैसा, हट्टा-कट्टा, लंबा-चौड़ा व्यक्ति सामान लेकर किसी स्टेशन पर उतरा। उसनेँ एक टैक्सी वाले से कहा कि मुझे साईँ बाबा के मंदिर जाना
Read full story...संगती का असर
एक बार एक राजा शिकार के उद्देश्य से अपने काफिले के साथ किसी जंगल से गुजर रहा था | दूर दूर तक शिकार नजर नहीं
Read full story...शिव के गण नंदी की कहानी
पौराणिक दंत कथा अनुसार, एक बार शिवजी के निवास स्थान पर कुछ दुष्ट व्यक्ति प्रवेश कर जाते हैं। इस बात का बोध होते ही शिवजी
Read full story...भीमसेन का अभिमान
पांडु पुत्र भीम को अपनें बलशाली होने पर अत्यंत गर्व हो जाता है। वनवास काल के दौरान एक दिन वह वन की ओर विचरते हुए दूर
Read full story...जनमेजय का “सर्प मेघ यज्ञ”
एक बार राजा परीक्षित किसी तपस्वी ऋषि का अपमान कर देते हैं। ऋषिवर क्रोधित हो उन्हें सर्प दंश से मृत्यु का श्राप दे देते हैं।
Read full story...लहरें गिनना
एक दिन अकबर बादशाह के दरबार में एक व्यक्ति नौकरीमांगने के लिए अर्जी लेकर आया। उससे कुछ देर बातचीत करने के बाद बादशाह ने उसे
Read full story...आदमी एक रूप तीन
एक बार बादशाह अकबर ने बीरबल से पूछा- ‘‘क्या तुम हमें तीन तरह की खूबियां एक ही आदमी में दिखा सकते हो?” ‘‘जी हुजूर, पहली
Read full story...कायम हुई गांव की एकता
दोस्तों,यह मेरे गांव तारापुर की एक दिलचस्प कहानी है । हमारा गांव शांति , एकजुटता और एकता जैसी कई विशेषताओं के लिए पूरे इलाके में
Read full story...पुण्यकोटि गाय
कलिंग नामक एक ग्वाला पहाड़ के निकट अपनी गायों के साथ बहुत सुख-सन्तोष से रहता था। उसकी गायों में पुण्यकोटि नाम की एक गाय थी,
Read full story...महातप नामक सन्यासी और एक चूहे की कहानी
गौतम महर्षि के तपोवन में महातपा नामक एक मुनि था। वहाँ उस मुनि ने कौऐ से लाये हुए एक चूहे के बच्चे को देखा। फिर
Read full story...घंटीधारी ऊंट
एक बार की बात है कि एक गांव में एक जुलाहा रहता था। वह बहुत गरीब था। उसकी शादी बचपन में ही हो गई थी।
Read full story...भाग्य से ज्यादा और समय से पहले, न किसी को मिला है और न मिलेगा।
एक सेठ जी थे जिनके पास काफी दौलत थी और सेठ जी ने उस धन से निर्धनों की सहायता की, अनाथ आश्रम एवं धर्मशाला आदि
Read full story...दूसरों के हितों के खातिर तोड़ी मूर्ति
राजा महेंद्र कीर्ति विद्वतजनों का बहुत सम्मान किया करते थे । उनके दरवार में दूर -दूर से चित्रकार,मूर्तिकार लेखक, कवि आदि आते है और अपनी
Read full story...कैसे रहें खुश
एक बार एक अध्यापक कक्षा में पढ़ा रहे थे अचानक ही उन्होंने बच्चों की एक छोटी सी परीक्षा लेने की सोची । अध्यापक ने सब
Read full story...हमारे माता – पिता
एक बार की बात है एक जंगल में सेब का एक बड़ा पेड़ था| एक बच्चा रोज उस पेड़ पर खेलने आया करता था| वह
Read full story...लोभी दरजी
एक था दरजी, एक थी दरजिन। दोनों लोभी थे। उनके घर कोई मेहमान आता, तो उन्हें लगता कि कोई आफत आ गई। एक बार उनके
Read full story...मीठूराम की परेशानी
एक तोता था मीठूराम। पिंजरा ही मीठूराम का घर था और वही उसकी दुनिया। मीठूराम की आवाज बड़ी अच्छी थी पर वह सिर्फ रात को
Read full story...परिवर्तन
मिटटी के नीचे दबा एक बीज अपने खोल में आराम से सो रहा था। उसके बाकी साथी भी अपने अपने खोल में सिमटे पड़े हुए
Read full story...सात साल
यह उस समय की बात है जब शिछा मठो में दी जाती थी, एक प्रसिद्द गुरु अपने मठ में शिक्षा दिया करते थे। पर यहाँ
Read full story...विनम्र व संवेदनशील
एक प्रसिद्द महात्मा बहुत वृद्ध हो चले थे और उनका अंत निकट था . एक दिन उन्होंने सभी शिष्यों को बुलाया और कहा , ”
Read full story...जेन मास्टर
एक जेन मास्टर के सैकड़ों शिष्य थे . वे सभी नियमों का पालन करते थे और समय पर पूजा करते थे . लेकिन उनमे से
Read full story...दो मित्र
दो मित्र थे । वे बड़े ही बहादुर थे उनमे से एक ने अपने बादशाह के अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाई । बादशाह बड़ा ही
Read full story...कुश्ती स्पर्धा
किसी गाँव में एक दिन कुश्ती स्पर्धा का आयोजन किया गया । हर साल की तरह इस साल भी दूर -दूर से बड़े-बडें पहलवान आये
Read full story...एक मकड़ी
एक मकड़ी थी. उसने आराम से रहने के लिए एक शानदार जाला बनाने का विचार किया और सोचा की इस जाले मे खूब कीड़ें, मक्खियाँ
Read full story...घमंड का दान
एक सन्यासी एक राजा के पास पहुंचा तो राजा ने उसका खूब आदर मान किया तो सन्यासी कुछ दिन वन्ही रुक गया | राजा ने
Read full story...झूठी पहचान
एक जंगल में पहाड़ की चोटी पर एक किला बना था। किले के एक कोने के साथ बाहर की ओर एक ऊंचा विशाल देवदार का
Read full story...बुराई में अच्छाई
गर्मियों के दिनों में एक शिष्य अपने गुरु से सप्ताह भर की छुट्टी लेकर अपने गांव जा रहा था। तब गांव पैदल ही जाना पड़ता
Read full story...अमल करो
एक व्यक्ति था उसके मन में तरह तरह के सवाल उठते थे | सवालों के समाधान के लिए वो कभी उस संत के पास जाता
Read full story...दुखी जीवन
एक ग्रामीण चूहा था वह खेत मेँ रहता था। एक शहरी चूहा उसका दोस्त था। एक दिन ग्रामीण चूहे ने शहरी चूहे को खाने पर
Read full story...लालच
किसी नगर में एक ब्राम्हण निवास करता था उसकी खेती साधारण ही थी | इसलिए अधिकांश समय वो खाली ही रहा करता था | एक
Read full story...परिश्रम का संकल्प
वैभव नगर इलाके का राजा संग्राम सिंह बड़ा अमीर और धन धान्य से संपन्न था | उसे किसी भी चीज़ की कमी नहीं थी फिर
Read full story...आत्मसम्मान
एक भिखारी किसी स्टेशन पर भीक मांग रहा था। तभी एक व्यक्ति जिसके पास कुछ पेन्सिल थी देते हुए बोला – “लो कुछ लिख पद
Read full story...दो भाई
किसी शहर में दो भाई रहते थे . उनमे से एक शहर का सबसे बड़ा बिजनेसमैन था तो दूसरा कुछ नही करता था वह केवल
Read full story...दो मेढक
फ्रेडी मेंढक एक तालाब के पास से गुजर रहा था , तभी उसे किसी की दर्द भरी आवाज़ सुनाई दी . उसने रुक के देखा
Read full story...सम्पूर्ण समर्पण
हस्तिनापुर राज्य में दो साधक अपनी देनिक साधना में लीन थे| तभी एक देवर्षि को उधर आते देख दोनों साधक बोल उठे- “महर्षि आप देवलोक
Read full story...धर्म का मर्म
एक बार एक महात्मा अपने शिष्यों के साथ कुम्भ के मेले का भ्रमण कर रहे थे तो वंहा विचरण करते हुए उन्होंने एक साधू को
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