एक राजा बहुत बड़ा प्रजापालक था, हमेशा प्रजा के हित में प्रयत्नशील रहता था. वह इतना कर्मठ था कि अपना सुख, ऐशो-आराम सब छोड़कर सारा
Read full story...चावल का दाना
शोभित एक मेधावी छात्र था। उसने हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में पूरे जिले में टॉप किया था। पर इस सफलता के बावजूद उसके
Read full story...ईश्वर दिखाई नहीं देता
आज हम एक महान संत से सम्बंधित एक प्रेरक प्रसंग आपसे साझा कर रहे हैं। तेरहवीं सदी में महाराष्ट्र में एक प्रसिद्द संत हुए संत
Read full story...चरित्र का मूल्य
एक राजपुरोहित थे। वे अनेक विधाओं के ज्ञाता होने के कारण राज्य में अत्यधिक प्रतिष्ठित थे। बड़े-बड़े विद्वान उनके प्रति आदरभाव रखते थे पर उन्हें
Read full story...कैसे आया जूता
एक बार की बात है एक राजा था। उसका राज्य बहुत बड़ा था। एक दिन उसे देश घूमने का विचार आया और उसने देश भ्रमण
Read full story...संगति का फल
बहुत समय पहले की बात है एक राजा अपने राज्य को छोड़कर किसी अन्य राज्य में घूमना चाहता था। इस लिए वह एक दिन पैदल
Read full story...ऊंट की खोज
अपने तीन बेटों के लिए एक पिता ने 17 ऊंट छोड़े। पिता की मौत के बाद बेटों ने उनकी वसीयत खोली और पढ़ी। अपनी बसीयत
Read full story...कौआ रत्न
बहुत समय पहले की बात है। एक वन में एक विशाल बरगद का पेड़ कौओं की राजधानी था। हजारों कौए उस पर वास करते थे।
Read full story...गिलास नही, झील बनो
एक बार एक नवयुवक अपनी रोज़मर्रा कि जिंदगी से परेशान होकर नदी में डूब कर मरने के लिए घर से निकला वह नदी पर पंहुचा
Read full story...पंचतंत्र की कहानी: शरारती बंदर
एक मंदिर का निर्माण किया जा रहा था। मंदिर में लकड़ी का काम बहुत था इसलिए लकड़ी चीरने वाले बहुत से मजदूर काम पर लगे
Read full story...अपनी जिम्मेदारी
एक बार एक राजा के राज्य में सुखा पड़ा। चारो ओर लोग मरने लगे। राजा ने सूखे को खत्म करने के लिये बहुत सारे उपाय
Read full story...तीर्थयात्रा
एकबार तीर्थ यात्रा पे जानेवाले लोगो का एक छोटा सा समूह एक स्थान पर रुका वहां संत तुकाराम रहता था। लोगो ने उनसे भी साथ
Read full story...बुढ़िया की सुई
एक गाँव में एक बुढ़िया रहती थी। उसकी उम्र काफी होने के बजह से गांव के लोग उसका धयान रखते थे। एक दिन वह बुढ़िया
Read full story...कौवा काला क्यों?
कौवे के रंग के बारे में एक पुरानी किवदंती है। एक ऋषि ने कौए को अमृत खोजने भेजा, लेकिन उन्होंने यह इत्तला भी दी कि
Read full story...कंजूसी का परिणाम
जंगल में एक गीदड़ रहता था। वह बड़ा हीकंजूस था। वह अक्सर खाने में कंजूसी करता था। जितने शिकार से दूसरा गीदड़ दो दिन काम
Read full story...हाथियों का झुंड
बहुत समय पहले की बात है एक वन में हाथियों का एक विशाल झुंड रहता था। उस झुंड का सरदार चतुर्दंत नामक एक विशाल व
Read full story...मेरी ताकत
जापान के एक छोटे से कसबे में रहने वाला एक दस वर्षीय बालक जिसका नाम शुयौंग था वह जूडो सीखने का बहुत शौकिन था। पर
Read full story...घमंडी कौवा
हंसों का एक झुण्ड समुद्र तट के ऊपर से गुज़र रहा था , उसी जगह एक कौवा भी मौज मस्ती कर रहा था . उसने
Read full story...तपस्विन बिल्ली
एक चकोर एक जंगल में एक पेड़ की खोह में रहता था। उसी पेड़ के आस-पास बड़े बड़े कई पेड़ और थे, जिन पर स्वादिस्ट
Read full story...जोकर की चतुराई
एक शहर में एक सर्कस लगा उसमे एक जोकर भी था एक बार जोकर ने सर्कस मे आये लोगो को एक चुटकुला सुनाया। चुटकुला सुनकर
Read full story...कमजोरी पर जीत
वह जैसे ही कक्षा में घुसता और बच्चे उस पर हंसने लगते, कोई उसे महामूर्ख तो कोई उसे बैलों का राजा कहता,विद्यालय में सब उसे
Read full story...महानता के बीज
एक गाँव का लड़का जंगल में लकड़ियाँ काट के शाम को पास वाले शहर के बाजार मे बेचकर अपना गुजारा करता था। वह इस संसार
Read full story...शिष्टाचार
स्वामी विवेकानंद जी ने कहा है कि–विश्व में अधिकांश लोग इसलिए असफल हो जाते हैं, क्योंकि उनमें समय पर साहस का संचार नही हो पाता
Read full story...विध्या ददाति विनयम
एक गरीब आदमी था वह नाव चलता था और उससे होने वाली आमदनी से अपने परिवार का पालन पोसड़ करता था। एक बार उसकी नाव
Read full story...बुद्धि की सुन्दरता
महाकवि कालिदास राजा विक्रमादित्य के प्रमुख दरबारियों में से एक थे। एक बार राजा विक्रमादित्य ने महाकवि कालिदास से एक सवाल पूछा; महात्मन आप इतने
Read full story...तीन गुरु
बहुत समय पहले की बात है एक नगर में एक बेहद प्रभावशाली महंत रहते थे । उन के पास शिक्षा लेने हेतु कई शिष्य आते
Read full story...नकल में भी अकल चाहिए
एक जंगल था। जंगल में एक पहाड़ी की ऊंची चोटी पर एक बाज रहता था। पहाड़ की तराई में बरगद के पेड़ पर एक कौआ
Read full story...अकल की दुकान
एक था रौनक। अकल में उसका मुकाबला कोई नहीं कर सकता था। एक दिन उसने घर के बाहर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा- ‘यहां अकल बिकती
Read full story...ईनाम
सड़क के इस पार 5 कुत्ते के पिल्ले झुंड में एक-दूसरे से सटे हुए बड़ी ही गुमसुम मुखमुद्रा में बैठे थे। आखिर वजह भी तो
Read full story...चिड़ियों के पीछे
मैं अपने घर में चिड़ियों का आना पसंद नहीं करता था। चिड़िया आती और इधर उधर गंदा करती थी। मैं पूरा दिन झाडू लेकर उनके
Read full story...किताबी ज्ञान
पुराने जमाने की बात है। एक व्यक्ति अध्ययन करने काशी गया। विभिन्न शास्त्रों की जानकारी प्राप्त करने में उसे बारह वर्ष लग गए। जब वह
Read full story...कर्त्तव्य की भावना
यह काफी पुरानी बात है। बिहार प्रांत के एक स्टेशन के निकट एक ट्रैकमैन अपना पॉइंट (वह उपकरण जिससे गाड़ियों का ट्रैक बदला जाता है)
Read full story...राजा का घमंड
कमलानगर का राजा कमलकांत बहुत ही वीर, साहसी और प्रजा का पालन करने वाला राजा था। उसने अपने पराक्रम से अनेक लड़ाइयां जीतीं। इससे उनके
Read full story...शोभा राज्य की
एक राज्य का राजा बेहद कठोर और जिद्दी था। वह एक बार जो निर्णय ले लेता था, उसे बदलने को तैयार नहीं होता था। एक
Read full story...राजा बदल गया
उदयपुर नाम का एक राज्य था। राजा रत्नेश का शासन चल रहा था। वे बड़े लापरवाह और कठोर प्रकृति के थे। राज्य में निर्धनता आसमान
Read full story...गजेन्द्र और ग्राह
एक बार एक दर्दनाक घटना घट गई। इस पर्वत के घोर जंगल में एक विशाल मतवाला हाथी रहता था। एक—गजराज। वह कई शक्तिशाली हाथियों का
Read full story...विजेता
बहुत समय पहले की बात है एक सरोवर में बहुत सारे मेंढक रहते थे . सरोवर के बीचों -बीच एक बहुत पुराना धातु का खम्भा
Read full story...अंधा घोड़ा
शहर के नज़दीक बने एक अस्तबल में दो घोड़े रहते थे। दूर से देखने पर वो दोनों बिलकुल एक जैसे दीखते थे, पर पास जाने
Read full story...उड़ान
एक बार की बात है एक बाज का अंडा पेड़ से गिरा और नीचे रखे मुर्गी के अण्डों के बीच आ गया। कुछ दिनों बाद
Read full story...जीवन की चिंताएं
एक शिछक ने अपने हाथ में पानी से भरा एक गिलास पकड़ते हुए पढ़ाई शुरू की।उठा कर सभी छात्रों को दिखाया और पूछा , ”
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