एक बार एक देश के राजा ने मुल्ला नसीरूदीन को बुलाया और उस से पूछा कि मुल्ला तुम्हारे बारे में मैंने बहुत सुना है कि तुम बहुत चालक हो और बुद्दिमान भी इसलिए क्या तुम एक काम कर सकते हो जो मैं तुमसे कहने वाला हूँ |
इस पर मुल्ला ने कहा मैं कुछ भी कर सकता हूँ बस आप एक बार आज्ञा दे | इस पर राजा ने कहा क्या तुम अपने इस प्रिय गधे को पढना सिखा सकते हो इस पर मुल्ला ने कहा हाँ क्यों नहीं मैं इसे आराम से सिखा सकता हूँ | इस पर राजा ने कहा ‘बकवास मत करो ‘ क्या गारंटी है तुम ऐसा कर सकते हो |
मुल्ला ने जवाब दिया कि एक काम कीजिये आप मुझे पचास हजार स्वर्ण मुद्राएँ दीजिये उसके बाद मैं गारंटी लेता हूँ कि आठ साल के अंदर मैं इस गधे को पढना सिखा सकता हूँ इस पर राजा ने कहा अगर तुम ऐसा कर पाने में सफल नहीं होते हो तो मैं तुम्हे जेल में डाल दूंगा और तुम्हे रोज टॉर्चर किया जायेगा | मुल्ला ने हामी भर ली और वंहा से चला गया |
घर आने के बाद मुल्ला से उसके एक दोस्त ने कहा ‘ मुल्ला तुमने ये क्या किया ?’ सब जानते है तुम ऐसा नहीं कर सकते फिर भी तुमने राजा को यह वचन दे दिया है क्या तुम्हे जेल जाने से डर नहीं लगता मुल्ला ने सहज भाव से उत्तर दिया तुम इतना ज्यादा मत सोचो क्योंकि आठ साल में तो या तो हमारा राजा नहीं रहेगा और हो सकता है मेरा गधा भी तब तक नहीं रहे लेकिन फिर भी अगर ऐसा होता है कि सात साल तक दोनों में से कोई भी नहीं जाता तो मेरे पास पूरा एक साल है कि मैं सोच सकता हूँ राजा की सज़ा से कैसे बचा जा सकता है |
Share with us :मुल्ला नसीरूदीन की ये कहानी एक मजाक से अधिक हमे यही सिखाती है कि बहुत अधिक भविष्य के बारे में चिंता नहीं करनी चाहिए और वर्तमान में जीना चाहिए |